रात में कपड़े सुखाने से हमारे कपड़ों में दाग धब्बे हो सकते हैं इसका कारण है कि रात को पानी की नमी को सूखने में देर लगती है तो कलर अगर अच्छी है तो कलर भी खराब हो सकती हैं इसलिए कपड़े रात में सूखने से कपड़े खराब हो सकते हैं।
रात में कपड़े सुखाने से क्या होता है यह जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है. रात में अच्छे कपड़े और कलर खराब हो सकते हैं. को पता है, कि रात में कपड़े सुखाने से हमारे कपड़े की कलर बहुत ही ज्यादा खराब हो सकते हैं.
रात में कपड़े धोने से क्या होता है
रात में कपड़े धोने से क्या होता है रात में कपड़े धोने से हमारे कपड़े खराब भी हो सकते हैं क्योंकि रात में नमी ज्यादा होती है तो कलर भी खराब होने की संभावना होती है ऐसे में रात में कपड़े धोने से हमें सावधान रहना चाहिए क्योंकि रात में जल्दी नामी सूखती नहीं है यानी पानी रह जाती हैं तो जल्दी न सूखने के कारण कलर में एक नामी रह जाती हैं तो दोनों में गोल मेल हो जाती हैं तो रात को कपड़े ज्यादा नहीं सुखाना चाहिए खास करके वह कलर जो उठने की संभावना होती है इस तरह की कपड़े नहीं सुखाना चाहिए.
रात में कपड़े धोना
रात में कपड़े धोना यानी रात में अगर कपड़े धोते हैं तो सूखने के लिए आपको ऐसी जगह को सुनना है जहां पर गम और हवा दोनों आती हो जैसे की पंखे के नीचे कपड़े सुखा सकते हैं रात को कपड़े धोने के बाद पंखे के नीचे सूखने के लिए छोड़ दे और पंखा चालू कर दे तो कपड़े सूख जाते हैं हवा से.
रात में कपड़े बाहर क्यों नहीं डालना
चाहिए
कपड़े बाहर क्यों नहीं डालना चाहिए क्योंकि रात में कपड़े में कुछ भी हो सकता है जैसे की रात में कपड़े को बाहर सूखने के लिए देते हैं जैसे पक्षी वगैरा आकर के वहां पर टॉयलेट भी कर सकता है तो इसलिए कपड़े के ऊपर कुछ महिला भी पड़ सकता है दाग धब्बे भी लग सकती है ऐसे बहुत सारी चीज रात को यह होती है तो इसलिए कपड़े नहीं बाहर सुखना चाहिए.
रात में कपड़े क्यों नहीं सुखाना
चाहिए
रात में कपड़े क्यों नहीं सुखाना चाहिए रात में इसलिए कपड़े नहीं सुखाना चाहिए क्योंकि रात में कपड़े सुखाने के लिए अगर आप देते हैं तो रात में कपड़े में दाग धब्बे लगने की संभावना बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है दाग धब्बे लगने की संभावना बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है इसलिए रात में कपड़े नहीं सुखाना चाहिए रात में कपड़े सुखाने से दाग धब्बे की संभावना बहुत ही ज्यादा हो जाती है इसलिए सावधान रहे थे रात को कपड़े नहीं सुखाय।