हदीस में क्या लिखा है अगर आप जानना चाहते हो तो नबी ए पाक सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम की बातों को समझना होगा. दुनिया का सबसे सर्वश्रेष्ठ और सबसे बेहतरीन और सबसे अच्छा हर इंसान से अलग हर इंसान से अच्छा नबी ए पाक सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम है. जिसकी जात का तारीफ अल्लाह ताला खुद करता है. हदीस में यह लिखा होता है, कि आपको जिंदगी में जीना कैसे हैं. सच्ची बात और सच्चा रहा कैसे मिलेगा कैसे दयाल बन सकते हो. आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने वाले हैं.
हदीस शरीफ में क्या लिखा होता है:हदीस मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बताए हुए बातों को हदीस कहते हैं. जो अल्लाह ताला की हुकुम से उसके जुबान मुबारक से निकली है, उसे हदीस कहते हैं. हदीस पढ़ने और समझने के लिए पूरी तरह से पाक और साफ होना चाहिए. हमारे नबी पैगंबर मुहम्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु ताला अली सलाम. की बातों को हदीस कहते हैं हदीस में यही लिखा है कि आपको जिला कैसे हैं आपको किस तरह से अल्लाह मिल सकता है और कैसे आप अल्लाह के करीब हो सकते हैं कैसे आप नमाज पढ़ सकते हो कैसी जिंदगी जी सकते हो कैसे लोगों के साथ व्यवहार करते हो किस तरह से लोगों के साथ रहते हो बुराइयों को कैसे खत्म किया जाएगा बुराई कैसे खत्म होगी अच्छी रास्ता कैसे अपने वह सब हदीस में है.
हदीस में क्या लिखा है जरूरी बातें
हदीस की बातें यानि चारों तरफ अच्छाई और बुराई की नाश करने वाले बात होते हैं. जैसी जिंदगी में कैसे जीना है. कैसे खाना है,कैसे पीना है.पाप करने से पहले कैसे बचाना है. नशा नहीं करना है. लोगों का मदद करना है. भूखे को खाना खिलाना है. प्यासे को पानी पिलाना है. यह सब हमारे नबी की दी हुई बातें जो आज हम हदीस के तौर पर पढ़ते हैं.
हमारे नबी ने कहा की भूखे को खाना खिलाना है, जुलम और बुराई को अच्छाई में बदलना है. झूठ बोलने से हमेशा परहेज करना है. दुनिया की हर अच्छाई और दुनिया की हर एक अच्छी बातें वह हदीस की बातें होती है. जितने भी खराब या बुराई चीज होती है. वह हदीस से नहीं होती है.
कुरान और हदीस की बातें
कुरान और हदीस की बातें कुरान अल्लाह का दिया हुआ कलाम मे वो सारी बातें है. अल्लाह ताला की वह सभी कलम जो नबी के जरिए से लिखा है. कुरान में जो पहले की घटना जो नबी पहले आए थे उसकी उम्मत में जो पाप किया था उसका भी घटना कुराने पाक में लिखा है. जैसे फिरौन के बारे में मूसा के बारे में आदम के बारे में सभी के बारे में कुरान में लिखा है. पहले जमाने के लोग नबी को नहीं मानते थे. अल्लाह ताला ने उसे इतना दर्दनाक सजा दिया था. उस घटनाओं के बारे में भी कुरान में लिखा है. ताकि नबी सल्लल्लाहो ताला वसल्लम की उम्मत में से अगर कोई ऐसा करता है तो अल्लाह ताला उससे आखिरत में सजा देगा क्योंकि हमारे नबी ने उसके उम्मत के लिए दुआ किया था. कि मेरे उम्मत को सज मत देना अल्लाह ताला ने हमारे नबी की बात मानकर आज उसके उम्मत सब कुछ भूल चुका है.